ग्राम मुगली मे डेंगू की दहशत
आष्टा के मुगली में डेंगू का कहर: एक महिला की मौत, तीन अस्पताल में भर्ती, कई घरों में लार्वा
वर्तमान समय में आष्टा जनपद पंचायत में आने वाले मुगली गांव के लोगों में डेंगू से बुरा हाल है। बुखार से एक महिला की मौत हो गई है। तीन लोग अभी भी अस्पताल में हैं। इनमें से एक बच्चे को भोपाल के हमीदिया अस्पताल में भर्ती किया गया है। प्लेटलेट्स कम होने के कारण उसे आष्टा के एक निजी अस्पताल से रेफर किया गया है।
गांव में दस दिनों में बारह लोगों को बुखार आ गया है। एक व्यक्ति की रिपोर्ट भी डेंगू से पीड़ित है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पंचायत के साथ गांव में घरों का सर्वे किया। कई घरों में डेंगू का लार्वा पाया गया था। टीम ने उसे मौके पर नष्ट कर दिया है।
41 वर्षीय महिला की मौत के बाद गांव में एमबीबीएस डॉक्टर की नियुक्ति की मांग की गई है। शनिवार को भी उन्होंने आष्टा पहुंचकर एसडीएम को बताया था। मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता देने की मांग की है।
गांव की मधु पत्नी मेहरबान सिंह (41) की गुरुवार शाम करीब सात बजे बुखार से मौत हो गई। 10 दिन से वे बीमार थी। उनका बदन दर्द और बुखार था। इस समय वे घरेलू उपचार कर रहे थे। दवाई भी गांव की दुकान से ही ली गई थी।
मुगली गांव में रहने वाली 41 वर्षीय मधु पत्नी मेहरबान सिंह बुखार से मौत हो गई। उन्हें बुधवार को स्वास्थ्य बिगड़ने पर गांव के एक डॉक्टर ने स्लाइन भी दी थी। गुरुवार सुबह, उन्होंने घर का सारा काम पूरा कर लिया। बाद में वे अपने पति के साथ मोटरसाइकिल पर बैठकर दवा लेने के लिए आष्टा गए। वहां एक निजी क्लीनिक में इलाज के दौरान उनका स्वास्थ्य बिगड़ गया। वे बेहोस हो गई। उन्हें उनके परिजन भोपाल ले गए थे।
उनकी मौत गुरुवार शाम को भोपाल के हमीदिया अस्पताल में हुई थी। उनका शरीर शुक्रवार को गांव में लाया गया और उसका अंतिम संस्कार किया गया।
ग्राम सरपंच के अनुसार ग्राम मे डेंगू के हालात
सरपंच ज्ञान सिंह ठाकुर ने बताया कि गांव में लगभग दस दिन से बुखार के मरीज बढ़ रहे हैं। हमने इसके बाद अपने ट्रैक्टर पर पंप लगाकर गांव में दवा का छिड़काव कराया। स्वास्थ्य विभाग को सूचना देकर गांव के लगभग बीस लोगों के ब्लड सैंपल जांच के लिए भेजे गए।
गांव के लाइनमैन नारायण सिंह को डेंगू हुआ था। लेकिन वे अब पूरी तरह से फिट हैं। पिछले दस दिनों में, हमने गांव के सभी 350 घरों का सर्वेक्षण किया।
कुछ घरों में रखे पानी में डेंगू लार्वा भी पाए गए। इसे नष्ट कर दिया गया। शुक्रवार को एक घर की छत पर भी लार्वा पाया गया था। गांव में बुखार की मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद फॉगिंग भी की गई। परीक्षण के दौरान कई घरों में डेंगू का लार्वा पाया गया था।
गांव में एक बच्चा सहित तीन लोगों को भर्ती किया गया
सरपंच ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शुक्रवार को गांव में कैंप लगाया था। बीएमओ डॉ. केपी सोनी भी इसमें शामिल हुए। गांव में अभी तीन लोग बुखार से पीड़ित हैं। 26 मई को 12 साल के एक बच्चे को आष्टा सिविल भेजा गया। बुखार अधिक होने पर उसे सीहोर भेजा गया था। उसका परिजन उसे आष्टा के एक निजी अस्पताल में ले गया।
बच्चे को जेके अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसके प्लेटलेट्स बहुत कम थे। बच्चे को शुक्रवार शाम को भोपाल हमीदिया भेजा गया।
स्वास्थ्य विभाग की टीम घरों में बहार रखे पानी के ड्रम में लार्वा की जांच की है।
सरपंच ज्ञान सिंह ठाकुर ने कहा कि गांव में डेगू के मरीज मिलने से लोग दहशत में हैं, इसलिए MBBS डॉक्टर की मांग की है। सभी लोगों को चेकअप करना बीमारी फैलने से रोकेगा।
मेरे कहने पर बीएमओ डॉ. केपी सोनी ने गांव में पदस्थ सीएसओ को 10 दिन पूरे समय गांव में लोगों का उपचार करने का आदेश दिया है।
आष्टा पहुंचकर एसडीएम को ज्ञापन दिया
शनिवार को मुगली के लोगों ने आष्टा पहुंचकर एसडीएम को ज्ञापन दिया। यहां उन्होंने कहा कि गांव में डेंगू से तीन या चार लोग मर चुके हैं।
शनिवार को गांव के लोगों के साथ प्रशासन मुगली के सोभाल सिंह ठाकुर आष्टा पहुंचे, मृतकों को सहायता राशि देने के लिए। उन्होंने एसडीएम को आवेदन देकर कहा कि गांव में पिछले डेढ़ महीने में तीन से चार लोग डेंगू से मर गए हैं। इस ओर आष्टा का स्वास्थ्य विभाग कोई ध्यान नहीं दे रहा है। आवेदन में उन्होंने गांव में एमबीबीएस डॉक्टर के साथ एक टीम को 24 घंटे पदस्थ रहने की मांग की है।
उन्हें चाहिए था कि गांव में एक एंबुलेंस, डेंगू की दवा और कीटनाशक छिड़काव हो, ताकि डेंगू दूसरे गांवों में नहीं फैलता। उन्होंने म्रतक और अन्य मृतकों को शासन से राहत पैसे देने की भी मांग की।
उस समय उनके साथ सावल सिंह ठाकुर, विक्रम सिंह ठाकुर, ज्ञान सिंह वर्मा, सुरेंद्र, गोपाल सिंह, सुरेंद्र सिंह, श्रीराम, महेश बागवान, जीवन सिंह ठाकुर, संतोष जायसवाल, संतोष विश्वकर्मा, जीवन सिंह, रामकिशन मालवीय और रामबगस मालवीय भी उपस्थित थे।
गांव में जांच टीम भेजी
मुगली गांव के निवासियों ने आवेदन देकर अपनी समस्या बताई, आष्टा एसडीएम स्वाति उपाध्याय मिश्रा ने बताया। उनकी शिकायत मिलने के बाद गांव में एक टीम भेजकर जांच करने का आदेश दिया गया है।
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